Sangya (संज्ञा) का मतलब है किसी प्राणी, वस्तु, स्थान, जाति, भाव आदि के 'नाम' का बोध होता है। संज्ञा के तीन भेद होते हैं : व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं? Sangya in Hindi की परिभाषा, भेद, उदाहरण, प्रयोग और महत्वपूर्ण तथ्य यहाँ विस्तार से जानिए। हिंदी व्याकरण के लिए सम्पूर्ण गाइड। संज्ञा ( Sangya ) - किसी व्यक्ति ( प्राणी ) वस्तु, स्थान, अथवा भाव आदि के नाम को संज्ञा कहते है। पढ़ें संज्ञा की परिभाषा, भेद और उदाहरण। संज्ञा है उस विकारी शब्द को कहते है, जिससे किसी विशेष वस्तु, भाव और जीव के नाम का बोध हो। संज्ञा के पाँच भेद होते है- व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक, द्रव्यवाचक